संदेश

मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि हमारी प्रतिष्ठित कॉलेज पत्रिका “आइना” फिर से प्रकाशित होने जा रही है। “आइना” विशेष रूप से छात्रों और सामान्य रूप से शिक्षण स्टाफ के सह- पाठ्यक्रम और पाठ्येतर उपक्रमों को दर्शाता है। यहाँ छात्रों के रचनात्मक और रचनात्मक उत्साह को उपयुक्त रूपों में अभिव्यक्ति मिलती है। यह विकासशील दिमागों को अपने छिपे हुए आग्रह और क्षमता को उजागर करने और महसूस करने का सुनहरा अवसर देता है। शिक्षा एक बहुआयामी अभ्यास है। जहाँ एक ओर कक्षाएँ सूचना एवं ज्ञान को एकत्रित करने में सहायक होती हैं, वहीं पत्रिका आदि शिक्षार्थियों की सृजनात्मक शक्ति को विकसित एवं संवारने का अवसर प्रदान करती है। “आइना” के प्रकाशन से न केवल मेरे कॉलेज के छात्रों को बल्कि इस संस्था से जुड़े सभी लोगों को मौका मिलेगा।

मैं इस नेक पहल के लिए प्राचार्य और संपादक मंडल के सदस्यों को बधाई देता हूं। मैं “आइना” की सफलता की कामना करता हूँ। इसका प्रकाशन मार्गदर्शन, ज्ञान और प्रेरणा की आकाशगंगा सिद्ध हो।