प्रधानाचार्य

गाजीपुर शहर के हृदयस्थल में स्थित एम०ए०एच० इण्टर कालेज, वह प्रतिष्ठित विद्यालय है, जिसने कई पीढ़ियों को शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विद्यालय को वर्तमान चुनौतियों के अनुरूप विकसित करने का प्रयास जारी है। बदलते परिवेश में CBSE/ICSE द्वारा संचालित विद्यालय, अभिभावकों की पहली पसंद है जहाँ सम्पन्न परिवार के छात्र/छात्राएं प्रवेश लेने में समर्थ हैं। निर्धन एवं अभावग्रस्त लोग आज भी यू०पी० बोर्ड के विद्यालयों की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं। उनकी कामना एवं सपना है कि काश! गरीबों के लिए स्थापित विद्यालय’ अपने अन्दर अपेक्षित बदलाव लाकर समाज में पैदा हो रही असमानता को दूर करें। समाज के निर्बल वर्ग की इच्छाओं को ध्यान में रखकर एम०ए०एच० इण्टर कालेज को शासन द्वारा निर्धारित फीस पर नयी आवश्यकताओं के अनुरूप ढालने का प्रयास किया जा रहा है। विद्यालय की वार्षिक पत्रिका “आईना’ का प्रकाशन भी इसी प्रयास की एक कड़ी है। कालेज की पत्रिका के माध्यम से छात्र-छात्राओं की मानसिक क्षमता, रचनात्मक एवं सृजनात्मक शक्ति के विकास के साथ-साथ विद्यालय के वार्षिक क्रिया-कलापों, शैक्षणिक उपलब्धियों, परीक्षाफल, पाठ्य सहगामी कार्यों का विवरण अभिभावकों तथा सम्बद्ध लोगों तक पहुँचता है। विगत वर्षों में विद्यालय के विकास में किए गए उल्लेखनीय कार्य निम्नवत् हैं –

हाईस्कूल तथा इण्टर का परीक्षाफल शत प्रतिशत रहा है तथा अनेक छात्र विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं, प्रवेश परीक्षाओं तथा नोकरियों में चयनित किए गए। इण्टर विज्ञान वर्ग के चार छात्रों ने वर्ष 2014 की बोर्ड परीक्षा में जनपद में स्थान प्राप्त किया।

विद्यालय में सुन्दरीकरण स्वच्छ वातावरण, पठन-पाठन हेतु मानक के अनुरूप भवन सुसज्जित प्रयोगशाला, कम्प्यूटर. इण्टरनेट, पुस्तकालय पेयजल, बिजली, पंखे, समरसेबुल, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था की गयी है। मोलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान से सत्र 2014-15 में प्राप्त पन्द्रह लाख की धनराशि से नवीन तीन कक्षों का निर्माण चल रहा है। विद्यालय की विशिष्ट पहचान यहाँ सतत् होने वाले सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों की कड़ी में दिनांक 18 10.2014 को आल इण्डिया मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का सफल आयोजन सम्पन्न हुआ, जिसमें आए हुए अतिथियों द्वारा विद्यालय के विकास हेतु आर्थिक सहयोग की घोषणा से निकट भविष्य में निर्माण कार्यों में और वृद्धि होगी / तेजी आयेगी। विद्यालय को इण्टर वाणिज्य वर्ग की मान्यता भी 2014 में शासन से प्राप्त हो गयी है तथा आगामी सत्र से नियमित पठन पाठन प्रारम्भ हो जायेगा जो क्षेत्रीय जनता व अभिभावकों की काफी दिनों से मांग रही है।

शिक्षा का मुख्य उद्देश्य चरित्र निर्माण को ध्यान में रखकर नैतिक शिक्षा पर आधारित विभिन्न क्रियाकलापों का आयोजन जैसे प्रार्थना सभा में शिक्षकों, शिक्षाविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं का निरन्तर अभिभाषण / सम्बोधन, दानपेटिका में सहयोग के द्वारा दया, करुणा, सहयोग, प्रेम, भाईचारा का भाव पैदा करना, विद्यालय में खोई वस्तु पाकर लौटाने पर पुरस्कार आदि से ईमानदारी को बढ़ावा देने जैसे सार्थक व प्रभावी कार्यक्रम संचालित हैं।

विद्यालय को शासन द्वारा अल्पसंख्यक स्वरूप दिया गया है, जहाँ नियुक्ति का पूर्ण अधिकार प्रबन्धतन्त्र में निहित है गाजीपुर की जनता का सौभाग्य है कि प्रबन्धतन्त्र ने विद्यालय हित को ध्यान में रखकर शिक्षकों की नियुक्ति में पारदर्शित निष्पक्षता व गुणवत्ता का जो नमूना पेश किया है इसकी अन्यत्र मिसाल नहीं मिलती। इस प्रकार विद्यालय में योग्य, कर्म निष्ठवान, परिश्रमी एवं युवा शिक्षकों की एक ऐसी टीम है, जो जनपद के किसी अन्य विद्यालय में मिलना मुश्किल है।

छात्रों में शिक्षा के प्रति रूचि एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु सामान्य ज्ञान परीक्षा, वाद-विवाद, विचार अभिव्यक्ति, निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। विभिन्न प्रवेश / प्रतियोगी परीक्षाओं की सूचना, मार्गदर्शन, फार्म की उपलब्धता हेतु एक कोचिंग एवं गाइडेंस सेल संचालित है। जहाँ व्यक्तित्व विकास, साक्षात्कार की तैयारी, स्पोकेन इंग्लिश एवं कम्प्यूटर शिक्षा पर विशेष बल दिया जाता है।

गाजीपुर शहर में छात्राओं के शिक्षा की समुचित व्यवस्था की कमी को ध्यान में रखकर विद्यालय परिवार ने इण्टर कला तथा वाणिज्य वर्ग में बालिकाओं का प्रवेश एवं शिक्षा प्रारम्भ कर दी है जिसे अन्य कक्षाओं में विस्तार दिया जाना प्रस्तावित है।

मो० खालिद अमीर

प्रधानाचार्य